स्तोत्रम्
हिन्दी
English
తెలుగు
हिन्दी
Dark
Light
Blog Post
Vedasaram
>
समाचार – हिंदी
>
स्तोत्रम्
शिव स्तोत्रम्
स्तोत्रम्
0
204
शिव पंचाक्षरि स्तोत्रम्
ॐ नमः शिवाय शिवाय नमः ॐॐ नमः शिवाय शिवाय नमः ॐ नागेंद्रहाराय त्रिलोचनायभस्मांगरागाय महेश्वराय ।नित्याय शुद्धाय दिगंबरायतस्मै “न” काराय नमः
शिव स्तोत्रम्
स्तोत्रम्
0
200
बिल्वाष्टकम्
त्रिदलं त्रिगुणाकारं त्रिनेत्रं च त्रियायुधम् ।त्रिजन्म पापसंहारं एकबिल्वं शिवार्पणम् ॥ त्रिशाखैः बिल्वपत्रैश्च अच्छिद्रैः कोमलैः शुभैः ।तवपूजां करिष्यामि एकबिल्वं शिवार्पणम् ॥
शिव स्तोत्रम्
स्तोत्रम्
0
220
लिंगाष्टकम्
ब्रह्ममुरारि सुरार्चित लिंगंनिर्मलभासित शोभित लिंगम् ।जन्मज दुःख विनाशक लिंगंतत्प्रणमामि सदाशिव लिंगम् ॥ 1 ॥ देवमुनि प्रवरार्चित लिंगंकामदहन करुणाकर लिंगम् ।रावण
शिव स्तोत्रम्
स्तोत्रम्
0
189
काशी विश्वनाथाष्टकम्
गंगा तरंग रमणीय जटा कलापंगौरी निरंतर विभूषित वाम भागंनारायण प्रियमनंग मदापहारंवाराणशी पुरपतिं भज विश्वनाथम् ॥ 1 ॥ वाचामगोचरमनेक गुण स्वरूपंवागीश
शिव स्तोत्रम्
स्तोत्रम्
0
228
चंद्रशेखराष्टकम्
चंद्रशेखर चंद्रशेखर चंद्रशेखर पाहिमाम् ।चंद्रशेखर चंद्रशेखर चंद्रशेखर रक्षमाम् ॥ (2) रत्नसानु शरासनं रजताद्रि शृंग निकेतनंशिंजिनीकृत पन्नगेश्वर मच्युतानल सायकम् ।क्षिप्रदग्द पुरत्रयं
लक्ष्मी स्तोत्रम्
स्तोत्रम्
0
243
कनकधारा स्तोत्रम्
वंदे वंदारु मंदारमिंदिरानंदकंदलम् ।अमंदानंदसंदोह बंधुरं सिंधुराननम् ॥ अंगं हरेः पुलकभूषणमाश्रयंतीभृंगांगनेव मुकुलाभरणं तमालम् ।अंगीकृताखिलविभूतिरपांगलीलामांगल्यदास्तु मम मंगलदेवतायाः ॥ 1 ॥ मुग्धा मुहुर्विदधती
शिव स्तोत्रम्
स्तोत्रम्
0
222
शिवाष्टकम्
प्रभुं प्राणनाथं विभुं विश्वनाथं जगन्नाथ नाथं सदानंद भाजाम् । भवद्भव्य भूतेश्वरं भूतनाथं, शिवं शंकरं शंभु मीशानमीडे ॥ 1 ॥ गले
लक्ष्मी स्तोत्रम्
स्तोत्रम्
0
187
श्री लक्ष्मी अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्रम्
देव्युवाचदेवदेव! महादेव! त्रिकालज्ञ! महेश्वर!करुणाकर देवेश! भक्तानुग्रहकारक! ॥अष्टोत्तर शतं लक्ष्म्याः श्रोतुमिच्छामि तत्त्वतः ॥ ईश्वर उवाचदेवि! साधु महाभागे महाभाग्य प्रदायकम् ।सर्वैश्वर्यकरं पुण्यं
शिव स्तोत्रम्
स्तोत्रम्
0
222
श्री रुद्रं – चमकप्रश्नः
ॐ अग्ना॑विष्णो स॒जोष॑से॒माव॑र्धंतु वां॒ गिरः॑ । द्यु॒म्नैर्वाजे॑भि॒राग॑तम् । वाज॑श्च मे प्रस॒वश्च॑ मे॒ प्रय॑तिश्च मे॒ प्रसि॑तिश्च मे धी॒तिश्च॑ मे क्रतु॑श्च मे॒
लक्ष्मी स्तोत्रम्
स्तोत्रम्
0
273
महा लक्ष्म्यष्टकम्
इंद्र उवाच – नमस्तेऽस्तु महामाये श्रीपीठे सुरपूजिते ।शंखचक्र गदाहस्ते महालक्ष्मि नमोऽस्तु ते ॥ 1 ॥ नमस्ते गरुडारूढे कोलासुर भयंकरि ।सर्वपापहरे
1
2
3
4
5
6
7